इस विभाग द्वारा अन्य भाषाओं से संस्कृत में एवं संस्कृत से इतरभाषाओं में अनुवाद कार्य भी सफलता से किये जा रहे हैं। जनवरी 2011 में आमृद्यमाना मर्यादाः (टूटते दायरे) नामक हिन्दी से संस्कृत में अनूदित पुस्तक प्रकाशित हुआ था। जिसका अनुवाद इसी विभाग के जाने माने संस्कृतविद्वान् डॉo सीo एसo आरo लिंगारेड्डी ने बहुत ही मनोरम तरीके से किया है। इस विभाग से संस्कृत के प्रचार प्रसार के लिए शिक्षण प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें संभाषण शिविरों का आयोजन एवं शिक्षक प्रशिक्षण शामिल है। विद्वानों में संस्कृत में मौलिक लेखन को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक सत्र में अखिलभारतीय संस्कृत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिनमें लघुनाटक, लघुकथा एवं समस्यापूर्ति शामिल हैं।
विगत कई सत्रों से यहाँ के शोधविभाग के माध्यम से संस्कृत छात्र प्रतियोगिताओं का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इसी प्रकार 2012-13 सत्र से संस्कृत छात्रप्रतिभा सम्मान का आयोजन का उपक्रम हुआ है। संस्कृत विद्वत्सम्मान भी इसी विभाग द्वारा आयोजित हो रहा है।
प्रतिवर्ष संस्कृतदिवस एवं गणतन्त्र दिवस के उपलक्ष्य में संस्कृतकविसम्मेलनों का आयोजन शोधविभाग द्वारा सम्पादित हो रहे हैं। भारतीय प्राशासनिक सेवाओं में संस्कृत विषय लेने वाले प्रतियोगियों को प्रशिक्षण एवं आर्थिक सहायता की व्यवस्था शोधविभाग कर रहा है। संस्कृत के माध्यम से पठनपाठन का प्रबन्ध करने वाले विद्यालय एवं महाविद्यालयों को पुरस्कृत करने की योजना पर भी शोधविभाग अपने यहाँ प्राथमिकता दे रहा है।
क्रम स. |
अधिकारी/कर्मचारी का नाम |
पदनाम |
दूरभाष |
ई-मेल |
1 |
डॉ हरीशचन्द्र गुरुरानी |
शोध अधिकारी |
9837149064 |
DR.HGURURANI.USA@gmail.com |